बिलासपुर । अपोलो हस्पिटल्स ने हाल ही में अपनी हेल्थ अफ द नेशन 2025 रिपोर्ट लन्च की। इस रिपोर्ट में स्पष्ट संदेश दिया गया है कि लक्षणों की प्रतीक्षा न करें-निवारक स्वास्थ्य को अपनी प्राथमिकता बनाएं। भारत में अपोलो इकोसिस्टम में की गयी, 2.5 मिलियन से अधिक लोगों की स्वास्थ्य जांच के आधार पर, यह रिपोर्ट एक मूक महामारी का खुलासा करती है लाखों लोग लंबे समय से बीमारियों से पीड़ित हैं, फिर भी उनका निदान नहीं किया गया है और उन्हें कोई स्पष्ट लक्षण दिखाई नहीं दे रहे हैं। ध्यान देने लायक बात है, 26प्रतिशत लोग बिना स्पष्ट लक्षण के भी उच्च रक्तचाप से पीड़ित पाए गए और 23प्रतिशत मधुमेह से पीड़ित पाए गए। इससे यह रेखांकित होता है कि लक्षणों के आधार पर दी जाने वाली स्वास्थ्य सेवा का मडल अब व्यवहार्य नहीं है।
ड. मंधार गोकाटे, एमडी फिजिशियन हेल्थ चेक्स, अपोलो हस्पिटल बिलासपुर ने कहा हेल्थ अफ़ द नेशन रिपोर्ट में निवारक जांच की आवश्यकता पर ज़ोर दिया गया है और कहा गया है कि यह जांच जीवन की बेहतर गुणवत्ता की ओर ले जा सकती है। जांच किए गए 65प्रतिशत लोगों में फैटी लीवर पाया गया, उनमें से 85प्रतिशत शराब नहीं पीते थे; यह नए निदान और बड़े पैमाने पर बीमारी की जल्द से जल्द पहचान की आवश्यकता को दर्शाते हैं। पारंपरिक जांच अब पर्याप्त नहीं है। अपोलो के निवारक स्वास्थ्य जांच पैकेज लोगों को अपने स्वास्थ्य पर नियंत्रण रखने के लिए सशक्त बना सकते हैं। रोकथाम भारत का सबसे बड़ा स्वास्थ्य सेवा समाधान है और अपोलो का मिशन निवारक स्वास्थ्य को देश के सभी लोगों तक पहुंचाना है।
अपोलो हस्पिटल्स बिलासपुर के ड. मंधार गोकाटे, ने कहा हेल्थ अफ द नेशन 2025 रिपोर्ट बच्चों में मोटापे और प्री-हाइपरटेंशन की बढ़ती दरों को रेखांकित करती है, जो बेहद चिंताजनक है। ये केवल आंकड़ें नहीं हैं बल्कि संकेत हैं कि हमें तेजी से कदम बढ़ाने होंगे। एक अग्रणी संस्थान होने के नाते, अपोलो हस्पिटल्स पूरे देश में व्यक्तियों और समुदायों के जीवन में बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध है।

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