न्यायधानी में दुर्गा उत्सव की परंपरा 101 साल पुरानी है। माता की प्रतिमा से लेकर पंडाल की संरचना का खास इतिहास रहा है। नवरात्र के नौ दिनों तक अंचल में भक्तिमय माहौल रहता है। भक्त माता की आराधना में लीन रहते हैं। शहर में पंचमी तिथि से महोत्सव प्रारंभ होता है।दुर्गा उत्सव का आनंद इस साल और जबरदस्त होगा। आत्मनिर्भर भारत की झलक दिखेगी। दिव्य प्रतिमा, आकर्षक पंडाल, रंग-बिरंगी लाइट, भव्य झांकी के साथ स्टाल मार्केटिंग का खास अंदाज दिखेगा। बेटियां स्वादिष्ट जायका-खानपान के साथ बच्चों के पसंद के खिलौने, घर सजावट के समान, कास्मेटिक, हर्बल प्रोडक्ट और आयुर्वेद सामग्री के स्टाल सजाएंगी।