रायगढ़ :- दिल्ली के हैबिटेट सेंटर में आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय झलमला विकासखंड पुसौर की ओर से प्राचार्य कामता नाथ तिवारी ने उत्कृष्ट कार्य हेतु प्रशस्ति पत्र लेकर सम्मान हासिल किया। प्राचार्य कामता प्रसाद ने छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व किया इस आयोजन में 29 राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेश के 57 स्कूल के प्रधानाचार्य एवं प्रमुख मौजूद थे।शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार के तत्वाधान में नेशनल इंस्टीट्यूट आफ एजुकेशन प्लानिंग एंड एडमिनिस्ट्रेशन ( नेपा) और नेशनल सेंटर फॉर स्कूल लीडरशिप की ओर से दिल्ली हैबिटेट सेंटर में तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें श्रेष्ठ स्कूल का चयन कर उन्हें सम्मानित कर प्रोत्साहित किया जाना था। जिला शिक्षा अधिकारी डॉक्टर के सी राव के कुशल दिशा निर्देशन एवं उनके मार्गदर्शन में पंचायत द्वारा अतिरिक्त भवन अनुदान ,फिटनेस क्लब द्वारा मिनी जिम संचालन, म्यूराल पेंटिंग्स,सीसीटीवी कैमरा द्वारा चार दिवारी सुरक्षा,सामुदायिक जागरूकता हेतु एक पेड़ मां के नाम एक पेड़ स्वयं के स्वयं के नाम,आरटीई प्रवेश शिविर,रेवेन्यू के सहयोग से जाति पत्र का बनवाने हेतु शिविर,ग्राम प्रमुख शिक्षक प्रभार, मेगा पेटीएम जैसे आदि कार्य हेतु समुदाय के सहयोग एवं लीडरशिप पर किए गए उत्कृष्ट कार्य किए गए। इस चयन का आधार शिक्षा में बदलाव व नवाचार को प्रभावी उदाहरण के विषय पर किया गया। राष्ट्रीय सेमिनार के दौरान शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय झलमला विकासखंड पुसौर को सम्मानित किए जाने से छत्तीसगढ़ प्रदेश गौरांवित हुआ है।जिला शिक्षा अधिकारी डॉ के राव ने इस सम्मान को बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा यह स्कूल अन्य स्कूलों के लिए मिशाल है।

प्राचार्य कामता प्रसाद तिवार ने इस उपलब्धि पर कहा यह प्रथम अवसर था जब उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला। इस उपलब्धि का श्रेय स्कूली छात्र छात्रों पालको एवं शिक्षको की पूरी टीम को जाता है जिनके समर्पण भाव से ये लक्ष्य हासिल किया गया। प्राचार्य ने कहा गुरुदेव अघोरेश्वर भगवान राम सहित माता-पिता के आशीर्वाद से सम्मान हासिल करने का मार्ग प्रशस्त हो पाया है। बच्चों के सर्वांगीण विकास सहित कर्तव्य पालन , मन वचन कर्म से कर्तव्यनिष्ठ बनाने ,ईमानदार नागरिक तैयार करने हेतु स्कूली शिक्षक सदैव प्रयासरत एवं प्रतिबद्ध हैं | पूज्य बाबा प्रियदर्शी राम जी एक मार्गदर्शन में शिक्षा के साथ साथ संस्कारों का बीजारोपण करने की दिशा में भी प्रयत्नशील है ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *