पहले मालन्यूट्रिशन अंग्रेजी में पढ़ाया जाता था, परंतु अब भावी चिकित्सकों को हिंदी में कुपोषण पढ़ाया जाएगा। मालन्यूट्रिशन का हिंदी शब्द कुपोषण होता है। सरकार की घोषणा के बाद मेडिकल में एनाटामी, फिजियोलाजी व बायोकेमेस्ट्री के साथ अन्य विषय की पढ़ाई तैयारी जोरों से चल रही है। मेडिकल के चिकित्सा शिक्षकों का कहना है कि हिंदी भाषा में मेडिकल की पढ़ाई का सकारात्मक असर देखने को मिलेगा। सिम्स (छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान) में अब हिंदी में भी एमबीबीएस (बैचलर आफ मेडिसिन एंड बैचलर आफ सर्जरी) की पढ़ाई होगी। यह पढ़ाई शिक्षा सत्र 2024-25 से शुरू हो रही है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने हिंदी दिवस पर इसकी घोषणा की है। इसी के बाद स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने हिंदी में पढ़ाई शुरू करवाने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए सिम्स में इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है।