रायगढ़, चक्रधर समारोह 2025 के मंच पर जब प्रदेश के प्रतिभाशाली बाल कलाकार मास्टर पार्थ यादव ने तबला वादन प्रस्तुत किया, तो उनकी साधना और लगन स्पष्ट झलक उठी। कम उम्र में ही उन्होंने इस कला में अपनी अलग पहचान स्थापित कर ली है।
अपने गुरुओं श्री मोरध्वज वैष्णव एवं श्री नवीन महंत के मार्गदर्शन में पार्थ यादव ने निरंतर अभ्यास और समर्पण से ताल और लय की अनोखी समझ विकसित की है। पाली महोत्सव, कोरबा महोत्सव सहित कई राष्ट्रीय मंचों पर अपनी प्रस्तुतियों से वे पहले ही प्रशंसा प्राप्त कर चुके हैं। समारोह के मंच पर पार्थ यादव की प्रस्तुति ने उनकी परिपक्वता और सधे हुए वादन की झलक दी। उनके सुरम्य तबला वादन को दर्शकों ने सराहा और भरपूर प्रशंसा की।

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