छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान के हड्डी रोग विभाग ने तीन सौ क्लब फुट (टेढ़े-मेढ़े पैर) की बीमारी से ग्रसित बच्चों का सफलतापूर्वक इलाज कर उन्हें एक नया जीवनदान दिया है। सिम्स में अब तक 300 बच्चों को क्लब फुट जैसी गंभीर बीमारी से निजात दिलाकर कीर्तिमान रचा है।सिम्स के हड्डी रोग विशेषज्ञ डां. दीपक जांगड़े और उनकी टीम का कहना है कि यह उपलब्धि चिकित्सा जगत में सिम्स की पहचान को और मजबूती प्रदान करेगी। बच्चों को जन्म से होने वाली क्लब फुट बीमारी की वजह से पैर टेढ़े-मेढ़े हो जाते हैं। समय पर उपचार न कराने पर बच्चों को दिव्यांगता का दंश भी झेलना पड़ता है।