धनतेरस पर इस साल ग्राहकों को चिल्हर की समस्या से गुजरना पड़ सकता है। राष्ट्रीयकृत बैंकों की ओर से दिवाली के मौके पर दुकानदारों और ग्राहकों को चिल्हर मिल जाते थे। लेकिन, इस साल नहीं मिल रहे। 10 और 20 के फ्रेश यानी नए नोट भी गायब हो गए हैं।बिलासपुर। व्यापारी बैंकों के चक्कर काट रहे हैं, और उन्हे वहां से भी निराशा ही मिल रही है। न्यायधानी में एसबीआइ, पीएनबी, बैंक आफ बड़ौदा, सेंट्रल बैंक, केनरा बैंक, यूनियन बैंक, इंडियन बैंक, पंजाब एंड सिंध बैंक, यूको बैंक, बैंक आफ महाराष्ट्र के अनेक शाखाएं हैं। राष्ट्रीयकृत बैंकों के अलावा प्राइवेट बैंक भी हैं। जिनमें आइसीआइसीआइ, एचडीएफसी, एक्सिस, बंधन बैंक शामिल हैं। चार बड़े करेंसी चेस्ट हैं।

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