गांववालों ने पुलिस को बताया कि पुनीता घासीदास की तीसरी पत्नी थी। इससे पहले दो पत्नियां घासीदास को छोड़कर चली गई थीं। इसके बाद वह पुनीता को तीसरी पत्नी बनाकर लाया था। गांववालों ने बताया कि चरित्र शंका को लेकर पति उसके आने-जाने पर रोकटोक करता था। इसके कारण दोनों के बीच आए दिन नोकझोंक भी होती थी।चरित्र शंका में 75 साल के एक बुजुर्ग पति ने सो रही अपनी 55 साल की पत्नी का गला घोटकर मौत के घाट उतार दिया। घटना को अंजाम देने के बाद पति शव के पास रातभर बैठा रहा। सुबह होने पर बेटे ने दरवाजा खटखटा कर पूछा तो पिता ने बताया उन्होंने पत्नी की हत्या कर दी है।