आंध्र प्रदेश के विश्व प्रसिद्ध तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में जानवरों की चर्बी वाले घी के उपयोग के खुलासे से मचे बवाल के बीच छत्तीसगढ़ में यह फैसला लिया गया है। इसके लिए पशुधन विकास विभाग ने सभी जिलों के कलेक्टरों को पत्र लिखा है।छत्तीसगढ़ के शक्तिपीठों और प्रमुख मंदिरों में शारदीय नवरात्र में ज्योति प्रज्ज्वलन तथा प्रसाद बनाने के लिए देवभोग घी का उपयोग किया जाएगा। देवभोग छत्तीसगढ़ की 700 दुग्ध सहकारी समितियों से संबद्ध है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *