NEET UG 2024 का रिजल्ट 4 जून को घोषित किया गया। यह परीक्षा विवादों में है क्योंकि इसका पेपर लीक होने की बात सामने आई थी। पटना पुलिस ने 4 मई को इस मामले को उजागर किया और लिखित में FIR भी दर्ज की थी, फिर भी इस पर ध्यान नहीं दिया गया और परीक्षा कराई गई। परिणामों में जिस तरह की अनियमितताएं देखने को मिल रही हैं, उससे इस बात की पुष्टि होती है।
67 परीक्षार्थियों को पूर्ण अंक देकर पहला स्थान मिला है, जो इतिहास में पहली बार हुआ है। 8 छात्रों को एक ही परीक्षा केंद्र (हरियाणा) से पहला स्थान मिला है। क्या सभी प्रतिभाशाली छात्र इस साल NEET की परीक्षा दे रहे थे या उन्हें पहले से ही प्रश्न और उत्तर मिल गए थे? यह स्पष्ट है कि परीक्षा में बड़े पैमाने पर धांधली हुई है।
720 में से 718 अंक कैसे आ सकते हैं? जबकि एक सही उत्तर के लिए 4 अंक दिए जाते हैं और गलत उत्तर के लिए 1 अंक काटा जाता है। मान लीजिए मैंने एक प्रश्न छोड़ा तो 716 अंक आएंगे, एक गलत किया तो 715 (4-1) अंक आएंगे। परंतु 718 अंक आना समझ से परे है। इससे ऐसा लगता है कि अमीर परिवारों के बच्चे सरकारी कॉलेजों में दाखिला ले लेंगे और मध्यमवर्गीय एवं गरीब छात्रों को प्राइवेट मेडिकल कॉलेज लेने पर मजबूर किया जाएगा। अधिकतर प्राइवेट कॉलेज बड़े नेताओं और व्यवसायियों से सीधे या अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े होते हैं।
पहले रिजल्ट 14 जून को आना था, परंतु उसे जल्दबाजी में 4 जून को चुनाव परिणाम के दिन ही जारी कर दिया गया।
718 नंबर का वे चमतकार हवा है ग्रेस नंबर मिलने के कारण