प्रदेश के उद्योग एवं श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन जयसिंह अग्रवाल को कद्दावर नेता कहने पर भड़क गए और पत्रकार से प्रतिप्रश्न कर दिया की जय सिंह कब से कद्दावर नेता हो गए ? कौन बोलता है उसको कद्दवारा नेता ? पैसे के बल में दो तीन चुनाव जीत गए तो कद्दावर नेता हो गए ? कोरबा से बाहर उसको कोई जानता तक नहीं ?

प्रदेश के उद्योग और श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन का कहना है कि अभी जो उद्योग नीति चल रही है वह 2024 तक के लिए है। जल्द ही नई उद्योग नीति बनेगी। इसके लिए अधिकारियों और उद्योगपतियों के साथ बैठक करके विचार विमर्श किया जाएगा। इसके बाद नीति बनाई जाएगी। अभी विभाग के अधिकारियों के साथ 7 मार्च को बैठक है उसमें अधिकारियों से जानकारी ली जाएगी। एक सवाल के जवाब में श्री देवांगन ने कहा की कोरबा में सरोज पांडेय को कोई नहीं कह रहा है की वह बाहरी प्रत्याशी है। टिकट की घोषणा होने के बाद जब वो कोरबा आई तो कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया। बाहरी प्रत्याशी की बात केवल कांग्रेसी कर रहे है। वैसे कहेंगे तो वर्तमान सांसद ज्योत्सना महंत भी बाहरी है वो कोरबा की रहने वाली नहीं है वो तो जांजगीर की रहने वाली है। उन्होंने कहा की सरोज पांडेय राष्ट्रीय नेता है उनको टिकट मिलने से कोरबा के कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह है। वो भारी बहुमत से लोकसभा चुनाव जीतेंगी। जब उनसे पूछा गया कि जयसिंह अग्रवाल जैसे कद्दावर नेता से भी सामना हो सकता है, कांग्रेस यदि उन्हें टिकट देगी तो मुश्किल हो जाएगा ? इस सवाल को सुनते ही श्री देवांगन भड़क गए और कहा की जयसिंह अग्रवाल कब से कद्दावर नेता हो गए ? उनकी पहचान कोरबा से बाहर नहीं है। कोरबा में जाकर पूछिए जयसिंह के बारे में, आपको पता चल जाएगा कि कितने कद्दावर नेता है। पैसा के दम पर दो तीन बार चुनाव जीत गए, जब प्रत्याशी सही मिला तो चले गए बारा के भाव में। उन्होंने कहा की सरोज पांडेय के सामने जयसिंह कही नही टिकेंगे। सरोज पांडेय राष्ट्रीय नेता है जबकि जयसिंह की पहचान कोरबा के बाहर नहीं है। कांग्रेस उसे टिकट देगी तो भाजपा दो लाख से ज्यादा वोट से जीतेगी।

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