मुंबई, 27 फरवरी, 2024: प्रसिद्ध ग़ज़ल गायक पंकज उधास का लंबी बीमारी के बाद आज मुंबई में निधन हो गया। वह 72 वर्ष के थे। उधास अपने मधुर स्वर और दिल को छू लेने वाली ग़ज़लों के लिए जाने जाते थे। उनके निधन की खबर से संगीत जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।
पंकज उधास का जन्म 17 नवंबर, 1951 को गुजरात के जेतपुर में हुआ था। उन्होंने कम उम्र में ही गायन की शुरुआत कर दी थी और जल्द ही ग़ज़ल गायकी की दुनिया में अपने लिए एक खास पहचान बना ली। “चित्ती आई है,” “और आहिस्ता कीजिए बातें,” और “चंदि जैसा रंग है तेरा” जैसी उनकी मशहूर ग़ज़लों ने उन्हें लाखों संगीतप्रेमियों का चहेता बना दिया।
उधास ने अपने करियर में कई फ़िल्मों के लिए गीत भी गाए। उन्हे फ़िल्म ‘नाम’ के लिए सर्वश्रेष्ठ गायक का फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार भी प्राप्त हुआ। उन्हें पद्म श्री से भी सम्मानित किया गया था।
पंकज उधास के प्रशंसकों और संगीत की दुनिया के जाने-माने दिग्गज सोशल मीडिया पर उनके निधन पर शोक व्यक्त कर रहे हैं। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर उधास के निधन पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि उधास ने अपनी मधुर आवाज से भारतीय संगीत की समृद्ध परंपरा में महत्वपूर्ण योगदान दिया, और उन्हें हमेशा याद किया जाएगा।
उधास के जाने से संगीत जगत में एक शून्य पैदा हो गया है जिसे भरना असंभव है। लेकिन, उनकी ग़ज़लें अमर हैं और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेंगी।
पंकज उधास के कुछ प्रसिद्ध गीत:
- चित्ती आई है
- और आहिस्ता कीजिए बातें
- चांदी जैसा रंग है तेरा
- एक तरफ़ उसका घर
- ना काजरे की धार
- जीए तो जीए कैसे
पंकज उधास को मिले प्रमुख पुरस्कार/सम्मान:
- पद्म श्री
- फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार
पंकज उधास के अल्पज्ञात तथ्य:
- उधास ने अपने भाई, मंहर उधास और निर्मल उधास के साथ एक गायन तिकड़ी का गठन किया था।
- उन्होंने कुछ फ़िल्मों में अभिनय भी किया था।
- उधास एक कुशल टेबल टेनिस खिलाड़ी थे।