भारत का पासपोर्ट 2024 में 5 स्थान नीचे गिरकर 85वें स्थान पर आ गया है। यह गिरावट चिंता का विषय है, क्योंकि यह दर्शाता है कि भारत के नागरिकों को अन्य देशों में यात्रा करने के लिए अधिक बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है।

2023 में भारत 80वें स्थान पर था। हालांकि, पिछले साल की तुलना में इस साल भारतीय पांच ज्यादा देशों में वीजा फ्री यात्रा कर सकते हैं। 2023 में भारत के लोग 57 देशों में बिना वीजा यात्रा कर सकते थे, जबकि इस साल यह आंकड़ा बढ़कर 62 हो गया है।

दुनिया में 6 देशों के पास सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट है: जापान, सिंगापुर, स्पेन, फ्रांस, इटली और जर्मनी।

यह रैंकिंग इंटरनेशनल एयर एयरपोर्ट एसोसिएशन (IATA) के डेटा पर आधारित है

पासपोर्ट क्या है?

पासपोर्ट एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है जो अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए उपयोग किया जाता है। यह किसी व्यक्ति की पहचान और राष्ट्रीयता को सत्यापित करता है।

कैसे तय होती है अंतरराष्ट्रीय पासपोर्ट की रैंकिंग?

  • वीजा-मुक्त यात्रा: रैंकिंग इस आधार पर तय की जाती है कि किसी देश का पासपोर्ट धारक कितने अन्य देशों में बिना वीजा के यात्रा कर सकता है।
  • वीजा नीति में बदलाव: रैंकिंग साल में दो बार अपडेट की जाती है, और वीजा नीति में बदलाव को ध्यान में रखा जाता है।

अफगानिस्तान का पासपोर्ट सबसे कमजोर

अफगानिस्तान का पासपोर्ट 109 रैंक पर दुनिया का सबसे कमजोर पासपोर्ट है।

टॉप 5 रैंकिंग में सबसे ज्यादा यूरोपीय देश हैं

  • 2nd स्थान: फिनलैंड, स्वीडन और साउथ कोरिया (193 देश)
  • 3rd स्थान: ऑस्ट्रिया, डेनमार्क, आयरलैंड और नीदरलैंड (192 देश)

पॉवरफुल पासपोर्ट के मामले में सबसे ऊंची छलांग UAE ने लगाई है

  • 2014: 106 देशों में वीजा-मुक्त यात्रा
  • 2024: 193 देशों में वीजा-मुक्त यात्रा

अमेरिका का पासपोर्ट 6ठे स्थान पर और ब्रिटेन का 3rd स्थान पर है। चीन का पासपोर्ट रैंकिंग 64 है।

यह जानकारी आपको भारत के पासपोर्ट रैंकिंग और अंतरराष्ट्रीय पासपोर्ट रैंकिंग सिस्टम के बारे में जानने में मदद करेगी

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