उत्तराखंड हाईकोर्ट की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश, रितु बाहरी ने आज कार्यभार संभालते हुए कहा कि उनका उद्देश्य राज्य में न्यायिक प्रक्रिया को मजबूती से संचालित करना है। उन्होंने एक बड़े फुल कोर्ट रेफरेंस के दौरान उच्चारित किए गए विचारों में यह भी कहा कि अधिवक्ताओं की समस्याओं के समाधान के लिए प्रयासरत रहेंगीं।
रितु बाहरी ने आगे कहा, “मैं यह सुनिश्चित करना चाहती हूँ कि राज्य के हर नागरिक को सुलभ और स्वस्थ न्याय प्राप्त हो, और इसके लिए हम सभी मिलकर काम करेंगे।” उन्होंने युवा अधिवक्ताओं के सुझावों पर ध्यान देने का भी आश्वासन दिया और विषम पहाड़ी क्षेत्रों में न्याय पहुंचाने के लिए कई उपायों पर विचार किया जा रहा है।
हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष, डीसीएस. रावत ने रितु बाहरी की नई जिम्मेदारी का स्वागत किया और कहा, “महिला सशक्तिकरण के दृष्टिकोण से इस समय राज्य में बड़ा परिवर्तन हो रहा है।” उन्होंने इससे संबंधित कई उदाहरण देकर बताया कि महिला शक्ति अब सभी क्षेत्रों में अपनी दक्षता साबित कर रही है।
रितु बाहरी के पहले दिन के कार्यक्रम में पूरे समूह ने मुख्य न्यायाधीश का स्वागत किया और पुराने मुख्य न्यायाधीश को सम्मानित किया। इस मौके पर पूर्व न्यायाधीश ने मुख्य न्यायाधीश के लिए सम्मान पत्र पढ़ा और उन्हें शुभकामनाएं दीं।
सम्मान समारोह के बाद रितु बाहरी ने मीडिया से बातचीत की, जिसमें उन्होंने अपने कार्यक्षेत्र में किए जाने वाले सुधारों के बारे में बताया और वहां मौजूद वकीलों से मिलकर उनकी राय ली।